अफगानिस्तान में लोग सड़कों पर रहने पर मजबूर हो गए हैं दरअसल अफगानिस्तान की पश्चिमी हैरlत प्रांत में लगातार 7 अक्टूबर से भूकंप के झटके आ रहे हैं जिससे लोगों में भूकंप का डर बैठ चुका है क्योंकि यह झटके इतने प्रबल है कि भूकंप के हादसों से 4000 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसीलिए अब भूकंप के डर से लोग घरों में रहना पसंद नहीं कर रहे हैं। अपने घरों से निकल कर पार्कों और सड़कों पर टेंट लगाकर रहना मजबूरी हो गई है।
वहीं रविवार को हैरlत प्रांत में सुबह फिर से भूकंप के झटके आए यह झटका चौथा बड़ा झटका था। इन झटकों में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है मारे गए लोगों में 90% से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं भूकंप के कारण लोग इतनी दहशत में रह रहे हैं के वह सड़कों के किनारे पर रहने को मजबूर है। इन भूकंपों की तीव्रता 6.3 मापी गई है यह तीव्रता काफी बड़े स्तर पर तबाही लाती है और ज्यादा मानी जाती है।
सड़कों पर रह रहे लोगों ने बताया कि है, वह सड़कों के किनारे और खुले मैदाने जैसे पार्क आदि में रहने के लिए मजबूर हैं रविवार की बात करें तो रविवार को जब लोग पार्कों और सड़कों पर सो रहे थे तब सुबह वह कड़कड़ाती सर्दी से कांपते उठे रविवार को सुबह से फिर भूकंप के झटके महसूस होने लगे बड़ी-बड़ी इमारतें भूकंप से हिलने लगी और कुछ देर में ही इमारत के हिस्से गिरने लगे। अब लोग शहर से दूर जाने का भी फैसला कर रहे हैं ताकि वह अपने परिवार और खुद को इस आपदा से बचा सके।
अमेरिकी भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा है कि पिछले कुछ हफ्तों में आए तेज भूकंप के झटकों के बाद हजारों लोग तबाह हो गय है। बुधवार को 6.3 तीव्रता के दूसरे भूकंप ने गांव को तबाह कर दिया।सैकड़ो मिट्टी और ईंटो के घर नष्ट हो गए। इतनी ताकत का सामना नहीं कर सकते थे। वहा के स्कूल ,स्वास्थ्य क्लिनिक और अन्य ग्रामीण सुविधा भी ध्वस्त हो गई हैं। कई क्षेत्रों में भूकंप ने इस हद तक तबाही मचाती है की रेस्क्यू कर्मचारियों की संख्या वहां के जीवित लोगों से ज्यादा लगने लगी है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय कार्यालय ने भूकंप से निपटने में सहायता करने के लिए अफगानिस्तान को 5 मिलियन डॉलर की सहायता करने की घोषणा की है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस त्रासदी में बचे हुए लोगों के रहने खाने और चिकित्सा सुविधाओं को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए मदद करने को कहा है। अफगानिस्तान को इन भूकंप से काफी जान माल की हानि हुई है और भूकंप ने तबाही मचा दी है जिसके लिए रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।