अफगानिस्तान ने 130 साल पुरानी “डूरंड लाइन” को मानने से इनकार कर दिया है!
अफगानिस्तान में तालिबान की जीत से खुश पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के तत्कालीन डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट फेस हमीद का जश्न कुछ ही दिनों में गायब हो गया, क्योंकि तालिबान ने यह बॉर्डर डूरंड लाइन की वैधता पर सवाल उठा दिया।अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री और तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मौलवी याकूब मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच का बॉर्डर मात्र काल्पनिक रेखा है अफगान लोग चाहेंगे तब यह मामला उठाया जाए, उठाया जाएगा।
9/11 आतंकी हमले से पहले पश्तून लोग आसानी से डूरंड लाइन आ सकते थे। लेकिन उसके बाद यह बंद कर दिया गया ।अफगान पक्ष का दावा है कि पाक डूरंड लाइन को दुनियाभर से मान्यता दिलाना चाहता है।